ज़िंदगी और काम का संतुलन।
यह एक सवाल हम सब के दिमाग में रहता है। खासकर कि महिलाओं के। आज भी समाज में यह धरना है कि घर और बच्चों कि देखभाल महिलाएं ही कर सकती हैं। ऐसे में कैसे महिलाएं अपने घर और दफ्तर कि ज़िंदगी का संतुलन बनायें।
इस पैनल में ३ महिलाओं ने अपनी ज़िंदगी कि कहानी सुने। तीनों कि ज़िंदगी कि शुरुआत अलग थीं, लेकिन तीनों ने अपने आत्मविश्वास से ज़िंदगी में सफलता पा ली। Robin ने कुछ बहुत ही अच्छी बातें बोली। उसने कहा कि अपनी ज़िंदगी को अपने हाथ में लो, ज़िंदगी के फैसले खुद करो, और फिर उन फैसलों पर अमल करो। अपने आप से ईमानदारी भी बहुत ज़रूरी है।
ससिलिया ने हवाई जहाज उड़ने के क्षेत्र में अपना करिश्मा दिखाया। यह एक बहूत ही मुश्किल है महिलाओं के लिए। पर उसने कर दिखाया अगर फैला कर लो, और आत्मविश्वास हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। पैनल अच्छा था। सवाल वही पुराना था, लेकिन तीनों की zindagi se हम सब कुछ सीख सकते हैं। एक कि हम अकेले नहीं हैं। बहूत महिलाएं आज इन मुश्किलों से जूझ रही हैं। और बहूत सफलता से उन्हें पार कर चुकी हैं। आज समाज भी कुछ बदल रह है। और फिर आख़िर में अपनी ज़िंदगी, अपनी सफलता अपने हाथ में है। और हमें बिना डर के आगे बढ़ कर उसको हासिल करना चाहिऐ।
Work life balance.
This is one question which is always in minds of everyone। Especially the women। Even today society thinks that only women can take care of hou se and children. In such circumstances how do women keep the work and life balance.
In this panel, there were 3 women who told their life story. All three had different beginning in life, but they all achieved great success with their self-confidence. Robin made some really good points. She said, we need to take our life in our own hands, we need to make our own decisions, and once decided, stand by these decisions. Honesty with self is also very important in life.
Cecilia made her career in aeronautic acrobatics. This is a really male dominated field. Its really difficult for women to succeed here. She showed that if you decide, and if you have self-confidence, you can do anything.
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