Friday, October 19, 2007

Session 2 - How to retain इन high-tech

यह शायद इस सम्मेलन का सबसे मुख्य विषय है। हर जगह आज-कल यही बात चल रही है, कि किस तरह से तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढ़ने में मदद कि जाये। मेरे लिए अभी तक यह सवाल है कि क्यों हम आगे नहीं बढ़ पते। भारत में भी जहाँ कंप्यूटर में महिलाओं कि अच्छी संख्या है, हम आ तो जाते हैं, पर बहूत आगे नहीं बढ़ पते। सवाल यह भी है कि क्या सही में वातावरण को बदलने कि ज़रूरत है, या हमें अपने आप को बदलने कि ज़रूरत है। हमें अपना नज़रिया बदलने कि ज़रूरत है। इस टॉक में एक परीक्षण का नतीज़ा दिखाया गया। एक सबसे बड़ा मुद्दा था mentor का, एक गुरु जो तुम्हारे लिए बोल सके। पर क्या पुरुषों के लिए गुरु होते हैं, या उनको ज़रूरत ही नहीं होती। टॉक में कुछ नया तो नहीं था, वही सब मुद्दे, वही बातें.


This is probably one of the main topics of this conference. How to retain and advance women in high-tech companies. These days everywhere people are talking about this, how to help women move forward. I also have this big question, why are we not able to move forward. Even in India where there are larger number of women in computers, we enter, but then we are left much behind other make co-workers in corporate ladder. The question is also if its the environment which needs to change or do we need to change ourselves, our nature and the way we look and do things.In this talk, the speaker showed findings of a study about this.

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